06 - डिजिभारतम् - युगपरिवर्तनम्

 


अभ्यास कार्यम्

 

1.    पाठस्य आधारेण अधोलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तराणि एकपदेन लिखत –

(क) प्रधानमन्त्रिसङ्ग्रहालये कीदृशी प्रौद्योगिकी प्रयुक्ता अस्ति ?

उत्तरम् - डिजिटल् प्रौद्योगिकी |

 

(ख) हॉलोग्राम्-द्वारा कस्य भाषणं दृश्यते ?

उत्तरम् -  प्रधानमन्त्रिणः |

 

(ग) कस्याः प्रभावः दैनन्दिनजीवने दृश्यते ?
उत्तरम् - डिजिटल् योजनायाः |

 

(घ) भारत-सर्वकारस्य महत्त्वाकाङ्क्षिणी योजना का अस्ति ?
उत्तरम् - डिजिटल इण्डिया |

 

(ङ) 'फ़ास्टॅग्' इत्यस्य उपयोगेन कस्य सङ्ग्रहणं भवति ?
उत्तरम् - मार्गशुल्कस्य |

 

2.    पाठस्य आधारेण अधोलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तराणि पूर्णवाक्येन लिखत –

(क) प्रधानमन्त्रिसङ्ग्रहालये काः डिजिटल्-प्रौद्योगिक्यः प्रदर्शिताः सन्ति?
उत्तरम् - प्रधानमन्त्रिसङ्ग्रहालये अत्याधुनिक-प्रदर्शन-प्रणाल्यः, होलोग्राम्, संवर्धित-वास्तविकता (Augmented Reality), अन्तर्क्रियात्मक-किओस्क (Interactive Kiosks)  डिजिटल्-प्रौद्योगिक्यः प्रदर्शिताः सन्ति ।

 

(ख) जनाः किमर्थं साङ्गणिक-अपराधेन पीडिताः भवन्ति?
उत्तरम् - जनाः अङ्कीय-साक्षरतायाः अभावात्, सुरक्षा-नियमानाम् अनभिज्ञतायाः, तथा च अनधिकृत-लिङ्क्स्-उपरि क्लिक्-करणात् साङ्गणिक-अपराधेन पीडिताः भवन्ति।

 

( ग) यशिका 'डिजि-लॉकर्' इत्यस्य उपयोगं कथं करोति ?

उत्तरम् - मम आधारपत्रं विद्यालयीयं प्रमाणपत्रं च तत्र सुरक्षितम् अस्ति |

 

(घ) डिजिटल्-भारतस्य वित्तीय-समावेशने काः योजनाः सन्ति ?
उत्तरम् जनधन-योजना, भीम्-आप् (BHIM App), रूपे-कार्ड्, आधार-संलग्न-बैंक-खाता, डिजिटल्-पेमेंट्-सुविधाः, मोबाइल्-बैंकिङ् इत्यादयः योजनाः वित्तीय-समावेशने प्रयुक्ताः सन्ति।

 

(ङ) डिजिटल्-भारते शिक्षायाः क्षेत्रे केषां पटलानाम् उपयोगः करणीयः ?
उत्तरम् स्वयम् (SWAYAM), दीक्षा (DIKSHA), ई- पाठशाला, एनपीटीईएल् (NPTEL), ई-विद्याभारती, राष्ट्रीय-डिजिटल्-पुस्तकालयः, इत्येते पटलाः शिक्षायाम् उपयोग्याः सन्ति।

 

(च) ग्राम्य-क्षेत्रेषु डिजिटल्-सेवानां समस्या कथं निराकर्तुं शक्यते ?
उत्तरम् ग्रामेषु द्रुतगत्याः इन्टरनेट्-सेवा-विस्तारः, डिजिटल्-शिक्षणस्य प्रसारः, किफायतदरेण मोबाइल्-डाटाप्लान्-प्रदानम्, ग्राम्य-जनानां डिजिटल्-साक्षरता-वर्धनम्, शासनस्य सहायता-केन्द्राणि स्थापयित्वा समस्याः निराकर्तुं शक्यन्ते।

 

 

3. अधः दत्तान् शब्दान् सम्यक् संयोजयत –

उत्तरम् - क्रमः   शब्दः                    -       संयोजनीयः शब्दः

क.       हॉलोग्राम्                -        आभासीया-वास्तविकता

ख.       यूपीआय् (UPI)        -        शीघ्रं, सुरक्षितं, सुगमं च डिजिटल्-धनदेय-प्रत्यर्पणम्

ग.        डिजि-लॉकर्            -        डिजिटल्-प्रमाणपत्रम्

घ.       फ़ास्टॅग् (FASTag)   -        राजमार्गेषु स्वचालितविधिना मार्गशुल्कस्य शीघ्रं संग्रहणम्

ङ.       वीआर (VR)           -        कृत्रिम-बुद्धिः (AI)

 

 

 

4. अधः प्रदत्तमञ्जूषातः शब्दान् चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत –

  (यूपीआई, दीक्षा, प्रधानमन्त्रिणः भाषणं, स्वचालितं पारदर्शकं च, जीवन)

उत्तरम् -

(क) प्रधानमन्त्रिसङ्ग्रहालये हॉलोग्राम्-द्वारा प्रधानमन्त्रिणः भाषणं दृश्यते ।
(ख) डिजिटल्-भारतस्य आर्थिकसमावेशनं सुगमं कर्तुं 
यूपीआय् प्रणाली अस्ति।
(ग) डिजिटल्-शासनं 
स्वचालितं पारदर्शकं च सेवां प्रददाति ।
(घ) डिजिटल्-भारतस्य शिक्षाक्षेत्रे 
दीक्षा नाम डिजिटल्-शैक्षिकमञ्चः अस्ति।
(ङ) भारतस्य डिजिटल्-परिवर्तनं सर्वाणि 
जीवन क्षेत्राणि स्पृशति ।




5. अधः अस्मिन् पाठे आगतानां शब्दान् आधारेण शब्दजालं प्रदत्तम् अस्ति | अत्र वामतः दक्षिणम् उपरितः अधः च आधारं कृत्वा उदाहरणानुसारं शब्दान् रेखाङ्कयत –


 
उत्तरम् -

            डिजिटल्         सेवा             भारत          ज्ञानम्       

            

            शिक्षा             स्वयं            तन्त्र            अर्थम्



6. अधोलिखितान् शब्दान् वर्गद्वये विभजत – सङ्गणकसम्बद्धाः, असङ्गणकसम्बद्धाः च –

(शब्दाः – अन्तर्जालम्, शिक्षिका, सङ्गणकः, विद्यालयः, ई-पत्रम्, पाठ्यपुस्तकम्, डिजिटल, लेखनी)

उत्तरम् -

सङ्गणकसम्बद्धाः                     असङ्गणकसम्बद्धाः

           अन्तर्जालम्,                             शिक्षिका

           सङ्गणकः                               विद्यालयः

           ई-पत्रम्                                   पाठ्यपुस्तकम्

           डिजिटल                                लेखनी

 

 

7. शुद्धम् () वा अशुद्धम् (x) वा चिह्नीकुरुत –

उत्तरम् -

(क) हॉलोग्राम् कृत्रिमबुद्धेः एकः प्रकारः अस्ति ।                                      (x)

(ख) वर्धित-वास्तविकतायाः उपयोगिता ऐतिहासिक घटनानां प्रत्यक्षानुभवाय अस्ति ।            ()

(ग) डिजिटल्-प्रक्षेपण-मानचित्रं भारतस्य विकासयात्रां प्रदर्शयति ।                          ()

(घ) फ़ास्टॅग् इति राजमार्गेषु स्वचालितविधिना मार्गशुल्कस्य शीघ्रं संग्रहणं करोति ।            ()

(ङ) डिजी-लॉकर् इत्यस्य माध्यमेन केवलम् आधार-पत्रं सुरक्षितुं शक्यते ।                  (x)

(च) भारतस्य डिजिटल्-परिवर्तनं केवलं शासने प्रभावं करोति, नागरिकजीवने न ।           (x)

(छ) उमङ्ग, माय्-गव्, जेम् इत्यादयः ई-शासन-मञ्चाः सन्ति ।                     ()

 

 

 

8. अव्यवस्थितान् वर्णान् शब्ददृष्ट्या व्यवस्थितरूपेण लिखत -

उदाहरणम् -      वेयवित्तीसमानशम्      =       वित्तीयसमावेशनम्

उत्तरम् -          (क)    कसङ्गम्ण              =       संगणकम्

(ख) कार्वसरः                =       सर्वरः

(ग)   लयःविद्या               =       विद्यालयः

(घ)   जिकडिलॉर्             =       डिजिलॉकर

(ङ)   शक्तसुम्                 =       सक्षमम्

 

 

9. अधोलिखितं परिच्छेदं पठित्वा प्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत -

(क) अद्यतनं युगं कीदृशम् अस्ति ?

उत्तरम् - अद्यतनं युगं विज्ञानयुगम् अस्ति ।

 

(ख) मानवाः केषां साहाय्येन कार्याणि शीघ्रं कुर्वन्ति ?

उत्तरम् - मानवाः अन्तर्जालस्य, सचलदूरवाण्याः, सङ्गणकस्य च साहाय्येन कार्याणि शीघ्रं कुर्वन्ति ।

 

(ग) ई-अधिगम-प्रणाल्याः प्रयोगं के कुर्वन्ति ?

उत्तरम् - ई-अधिगम-प्रणाल्याः प्रयोगं विद्यार्थिनः कुर्वन्ति ।






६ - डिजिभारतम् – युगपरिवर्तनम्_सारांश

                                                         डिजिभारतम् – युगपरिवर्तनम्

हमारा देश भारत न केवल सांस्कृतिक रूप से समृद्ध है, बल्कि निरंतर आविष्कारों के माध्यम से विश्व में प्रसिद्धि प्राप्त करता है। आज पूरे विश्व में "डिजिटल भारत" की चर्चा हो रही है। एक ही पहचान से सभी नागरिक सुविधाएं प्राप्त की जा सकती हैं। इससे भारतीयों का जीवन अधिक सरल हो रहा है। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पूरी दुनिया एक परिवार जैसी प्रतीत होती है। अब हम भारत की डिजिटल प्रगति के बारे में पढ़ते हैं।


संग्रहालय में डिजिटल अनुभव

प्रधानमंत्री संग्रहालय में विभिन्न डिजिटल तकनीकों का प्रदर्शन किया गया है। शिक्षक बच्चों को सावधानीपूर्वक देखने और बाद में चर्चा करने के लिए कहते हैं। बच्चे उत्साहपूर्वक हॉलोग्राम, एआर/वीआर उपकरण, कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित संवाद यंत्र, डिजिटल प्रक्षेपण आदि को देखते हैं।

  • हॉलोग्राम के माध्यम से प्रधानमंत्री का भाषण सुनाई और दिखाई देता है।
  • वर्धित वास्तविकता (AR) और आभासी वास्तविकता (VR) से ऐतिहासिक घटनाओं का अनुभव होता है।
  • कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित यंत्र प्रश्नों के उत्तर देता है।
  • डिजिटल प्रक्षेपण से भारत की विकास यात्रा प्रदर्शित होती है।


डिजिटल भारत की योजनाएँ

शिक्षक बताते हैं कि डिजिटल भारत योजना का उद्देश्य है राष्ट्र को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना। यह योजना शासन, स्वास्थ्य, शिक्षा, वित्तीय समावेशन आदि क्षेत्रों में कार्य कर रही है।

  • डिजि लॉकर में आधार, पैन आदि दस्तावेज़ सुरक्षित रहते हैं।
  • फास्टैग से राजमार्गों पर शुल्क स्वतः कटता है।
  • यूपीआई से तुरंत धन भेजा जा सकता है।
  • जनधन योजना, रूपे कार्ड आदि से वित्तीय समावेशन संभव हुआ है।

    शिक्षा और अन्य क्षेत्र

  • दीक्षा, स्वयं, ई-पाठशाला जैसे मंचों से शिक्षा का प्रचार हो रहा है।
  • ई-नाम, पीएम किसान जैसे प्लेटफॉर्म कृषि क्षेत्र में सहायक हैं।
  • ऑनलाइन व्यापार, QR कोड से वाणिज्य क्षेत्र में बदलाव आया है।


साइबर सुरक्षा   -  डिजिटल युग में साइबर अपराध भी बढ़ रहे हैं। इसलिए साइबर सुरक्षा पर ध्यान देना आवश्यक है। जागरूकता और सावधानी से हम सुरक्षित रह सकते हैं।

निष्कर्ष  -  बच्चे कहते हैं कि वे भी डिजिटल भारत को समृद्ध बनाने में योगदान देंगे। शिक्षक उन्हें प्रेरित करते हैं कि वे जागरूकता फैलाएं और डिजिटल क्रांति का हिस्सा बनें।

 

 

 

डिजिभारतम् – युगपरिवर्तन (हिंदी अनुवाद)

(प्रधानमंत्री संग्रहालय, नई दिल्ली। सभी बच्चे अध्यापक के साथ संग्रहालय देखने आए हैं। वे सभी उत्सुकता से प्रदर्शित वस्तुओं को देख रहे हैं।)

हमारा देश भारत न केवल सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध है, बल्कि तकनीकी आविष्कारों से भी अपनी ख्याति प्राप्त करता है। आज की संपन्न स्थिति को "डिजिटल भारत" कहा जाता है। एक ही निवेश से सभी प्रकार की सुविधाएँ मिलती हैं। इससे भारतीयों का जीवन सरल और आरामदायक हो रहा है। डिजिटल पटल पर पूरी दुनिया छोटी-सी प्रतीत होती है। आज हम भारत के "डिजिटल अभियान" के विषय में पढ़ेंगे।

 

दृश्य

अध्यापक:  बच्चो! प्रधानमंत्री संग्रहालय में हम सबका स्वागत है। यहाँ नवीनतम डिजिटल प्रौद्योगिकियों का उपयोग किया गया है। ध्यानपूर्वक देखो, फिर हम इस पर चर्चा करेंगे।

(सभी बच्चे उत्साहपूर्वक देखते हैं, प्रश्न पूछते हैं और आपस में बातें करते हैं।)

सभी छात्र:   वाह! सर, यहाँ होलोग्राम के द्वारा प्रधानमंत्री का भाषण सुनाई और दिखाई देता है। ऐसा लगता है जैसे वे सामने ही खड़े हों।

शिखा:  सचमुच! मैंने भी होलोग्राम देखा। इस तकनीक से नेता जीवंत दिखाई देते हैं।

अर्थ:  यह "संवर्धित वास्तविकता" (AR) और "आभासी वास्तविकता" (VR) से जुड़ा उपकरण है। इससे ऐतिहासिक घटनाएँ प्रत्यक्ष अनुभव की तरह लगती हैं। "भारतीय स्वतंत्रता संग्राम" देखकर हमें पूर्वजों के संघर्ष का अनुभव होता है।

भास्कर:  मैंने यहाँ कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) आधारित संवाद यंत्र देखा। यह प्रश्नों के उत्तर देता है।

रेशिका:  हाँ! "डिजिटल प्रोजेक्शन शो" देखकर मैं रोमांचित हो गई। इसमें भारत की विकास यात्रा दिखाई गई।

श्याम:  यह वास्तव में अद्भुत अनुभव है। समय की यात्रा जैसा प्रतीत होता है।

सभी छात्र:  सर! हम इस विषय पर चर्चा करना चाहते हैं। क्या आगे चलें?

अध्यापक:  हाँ, बिल्कुल! चलो।

(सभी आगे बढ़ते हैं।)

 

कक्षा में वापस

सभी छात्र:  सर! संग्रहालय में अद्भुत अनुभव मिला।

अध्यापक:  बच्चो! वहाँ से हमें जो ज्ञान प्राप्त हुआ, वह सचमुच अद्भुत है। "डिजिटल" का प्रभाव हमारे दैनिक जीवन में स्पष्ट दिखाई देता है।

सभी छात्र:  हाँ सर! हम इस प्रभाव को जानना चाहते हैं।

अध्यापक:  बहुत अच्छा। हमारा दैनिक जीवन "डिजिटल" से परिवर्तित और प्रभावित हो रहा है। इसके कई क्षेत्र हैं – डिजिटल शासन, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, वित्तीय समावेशन आदि।

शिखा:  मैं स्वयं "डिजि-लॉकर" का उपयोग करती हूँ। मेरा आधार कार्ड और विद्यालय प्रमाणपत्र सुरक्षित हैं।

अर्थ:  मेरे पिता "फास्टैग" का उपयोग करते हैं। इससे टोल पर रुकने की आवश्यकता नहीं पड़ती और शुल्क जल्दी कट जाता है।

भास्कर:  मैं "यूपीआई" का उपयोग करता हूँ। इससे मेरे माता-पिता मुझे तुरंत पैसे भेज सकते हैं।

अध्यापक:  बहुत अच्छा! वित्तीय समावेशन में यूपीआई, रुपे कार्ड, जनधन योजना आदि साधन हैं। अब लेन-देन के लिए नकदी की आवश्यकता कम हो गई है। नकद रहित व्यवस्था भारत की प्रगति का संकेत है।

राघव:  डिजिटल योजना भारत की एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय योजना है।

अध्यापक:  हाँ राघव! यह राष्ट्र के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसका लक्ष्य है कि भारत डिजिटल रूप से सक्षम बने।

श्याम:  सर! कृपया इसके स्वरूप को स्पष्ट करें।

अध्यापक:  निश्चित रूप से। डिजिटल शासन सेवाओं में "डिजि-लॉकर", "ई-गवर्नेंस प्लेटफॉर्म" जैसे उमंग ऐप, माय-गव, गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (GeM), ऑनलाइन टीकाकरण पंजीकरण के लिए "कोविन" शामिल हैं।

शिखा:  सर! ग्रामीण क्षेत्रों में गंभीर समस्या है। वहाँ इन सेवाओं का उपयोग कैसे होगा?

अध्यापक:  "जनऔषधि योजना" के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में दवाएँ सस्ती मिलती हैं।

श्याम:  हाँ सर! सुना है कि सरकार गंभीर रोगों के इलाज के लिए कार्य कर रही है। इससे उचित दवा मिल पाती है।

भास्कर:  बिलकुल सही। इन सेवाओं का प्रचार-प्रसार शिक्षा के माध्यम से होना चाहिए।

अध्यापक:  हाँ! शिक्षा क्षेत्र में "दीक्षा", "स्वयं", "स्वयं प्रभा", "ई-पाठशाला", "राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय", "निष्ठा", "पीएम ई-विद्या", निशुल्क डिजिटल कोर्स जैसे प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं।

अर्थ:  सर! कृषि क्षेत्र में डिजिटल भारत का योगदान कैसा है?

अध्यापक:  "ई-नाम", "पीएम किसान", ड्रोन प्रौद्योगिकी आदि योजनाएँ किसानों के लिए हैं।

शिखा:  बहुत अच्छा! और व्यापार में इसका प्रभाव?

अध्यापक:  ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और क्यूआर कोड से लेन-देन सरल हो गया है।

सभी छात्र:  सर! हमने बहुत कुछ सीखा। हम भी भारत को डिजिटल भारत बनाने में योगदान देंगे।

अध्यापक:  अच्छा। लेकिन याद रखो – "साइबर सुरक्षा" भी बहुत जरूरी है। कई प्रकार के साइबर अपराध होते हैं। लोग अक्सर धोखे और भय से इनका शिकार होते हैं।

भास्कर:  हाँ सर! लोगों को जागरूक करना चाहिए ताकि वे सुरक्षित रहें।

अध्यापक:  सही कहा। इसी प्रकार डिजिटल क्रांति भारत को उन्नत राष्ट्र बनाएगी।

सभी छात्र:  धन्यवाद सर! हम भी डिजिटल भारत को मजबूत बनाने में योगदान देंगे ।

(सभी मिलकर नारा लगाते हैं)  "सबका साथ, सबका विकास – डिजिटल भारत हमारा प्रयास ।"


                                            धन्यवादाः 

09 - यो जानाति सः पण्डितः

  वयम् अभ्यासं कुर्मः १. पाठस्य आधारेण निम्नलिखितानां प्रश्नानाम् एकपदेन उत्तरं लिखन्तु । ( क) भोजनान्ते पातुं योग्यं किम् ? उत्तरम्:...