कक्षा - ११ मियाँ नसीरुद्दीन (कृष्णा सोबती - एक पंक्ति प्रश्नोत्तर ), Class - 11 Miyan Nasiruddin (Krishna Sobati - One Liner Questions & Answers)
1. “मियाँ नसीरुद्दीन” पाठ किस विधा में लिखा गया है – शब्दचित्र विधा
2. मियाँ नसीरुद्दीन का परिवार कितनी पीढ़ियों से नानबाई का काम कर रहा था – तीन
3. “मियाँ नसीरुद्दीन” पाठ की लेखिका कौन हैं – कृष्णा सोबती
3. “मियाँ नसीरुद्दीन” पाठ को कृष्णा सोबतीजी के किस संग्रह से लिया गया हैं – “हम हशमत”
4. “मियां नसीरुद्दीन” पाठ में लेखिका ने किसके व्यक्तित्व का शब्दचित्र अंकित किया है–मियां नसीरुद्दीन
5. मिया नसरुद्दीन कैसे इंसान का प्रतिनिधित्व करते हैं – अपने पेशे को कला का दर्जा देने वाले
6. “मियां नसीरुद्दीन” पाठ में लेखिका ने मियां नसरुद्दीन को क्या नाम दिया – शाही नानबाई
7. मियां नसीरुद्दीन किसके लिए मशहूर है – अनेक प्रकार की रोटियां बनाने के लिए
8. नानबाई का अर्थ क्या है – रोटी बनाने वाला
9. खानदानी नानबाई का अर्थ क्या है – रोटी बनाना व बेचना जिसका खानदानी काम हो।
10. लेखिका द्वारा मियां नसरुद्दीन को किसका मसीहा कहा गया है – नान बाइयों का
11. मियाँ नसीरुद्दीन लगभग कितने वर्ष के थे – 70 वर्ष
12. मियाँ नसीरुद्दीन की दुकान कहाँ स्थित थी – जामामस्जिद के पास मटिया महल के गढ़ैया मोहल्ले में
13. लेखिका गढ़ैया मोहल्ले से गुजर रही थी तो उसे एक दुकान से कैसी आवाज सुनाई दी – पटापट की
14. मियां नसरुद्दीन चारपाई में बैठकर किसका मजा ले रहे थे – बीड़ी पीने का
15. आटे के ढेर को सानता देखकर लेखिका ने क्या सोचा – सेवइयों की तैयारी हो रही है
16. लेखिका को अपनी दुकान में देखकर , मियां नसीरुद्दीन ने उन्हें क्या समझा – ग्राहक
17. लेखिका ने जब मियां नसरुद्दीन से कुछ सवाल पूछना चाहा तो , मियां नसीरुद्दीन ने उनकी तरफ कैसे देखा – किसी पंचहजारी (यानि 5000 सैनिकों के सेनापति की तरह) की तरह
18. मियाँ नसीरुद्दीन सिर हिलाते समय कैसे देखते थे – पंचहजारी की तरह
19. मियां नसीरुद्दीन ने लेखिका को क्या समझा – अखबारनवीस (पत्रकार)
20. मियां नसीरुद्दीन अखबार छापने वाले और पढ़ने वाले , दोनों को क्या समझते थे – निठ्ठला
21. मियां नसीरुद्दीन ने अखबार के विषय में क्या कहा था – खोजियों की खुराफात
22. “काम करने से आता है , नसीहतें से नहीं “, यह किसका कथन हैं – मियां नसीरुद्दीन का
23. पाठ के अनुसार , तालीम की क्या चीज बड़ी होती है – तालीम (यानि तालीम की तालीम)
24. मियां नसरुद्दीन कितने किस्म की रोटियां बनाने के लिए मशहूर थे – 56
25. मियां नसीरुद्दीन ने रोटी पकाना कहां से सीखा – अपने पिता से
26. मियां नसीरुद्दीन के वालिद (पिता) का क्या नाम था – बरकत शाही
27. मियां नसरुद्दीन के पूर्वज किस बादशाह के बावर्ची खाने में काम करते थे – दिल्ली के
28. मियां नसरुद्दीन के पूर्वज बादशाह के यहां क्या काम करते थे – नानबाई का
29. मियां नसीरुद्दीन ने बादशाह का क्या नाम बताया था – “जहाँपना बादशाह सलामत”।
30. एक कहावत के अनुसार , खानदानी नानबाई कहां रोटी पका सकता है – कुंए में
31. मियां नसीरुद्दीन के वालिद (पिता) किस नाम से मशहूर थे – शाही नानबाई गढ़ैया वाले
32. मियां नसीरुद्दीन किसे अपना उस्ताद मानते थे – अपने वालिद (पिता) को
33. “तालीम की तालीम भी बड़ी चीज होती है”, इस वाक्य में दूसरी बार प्रयुक्त तालीम का क्या अर्थ है – शिक्षा का व्यवहारिक ज्ञान (Practical Knowledge)
34. “मियां ऐसी कोई चीज खिलाओ , जो ना आग से पके और न पानी से बने” , यह शब्द किसने कहे – बादशाह सलामत ने
35. नसीरुद्दीन के अनुसार , उसके बुजुर्गों से बादशाह सलामत ने क्या फरमाया था – “मियां ऐसी कोई चीज खिलाओ , जो न आग से पके और न पानी से बने”
36. मियां नसीरुद्दीन अपने कारीगरों को कितने मेहनताना देते थे –दो रुपए मन आटा और चार रुपए मन मैदा गूँदने के
37. “तुनकी पापड़” कैसी होती है – महीन / बारीक (एक तरह की बारीक रोटी)
38. मियां नसीरुद्दीन पाठ में , बब्बन मियां कौन थे – मियां नसीरुद्दीन के कारीगर
39. मियाँ नसीरुददीन के मन में कौन सा दर्द छिपा था – नानबाई कला के घटते कद्रदान और लोगों की बदलती रुचि से दुखी थे।
40. मियाँ नसीरुद्दीन का परिवार कितनी पीढ़ियों से नानबाई का काम कर रहा था – तीन
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